मूवी: आई मिलन की बेला
गायक: मुहम्मद रफ़ी, आशा भोसले
संगीतकार: शंकर जयकिशन
गीतकार: शैलेन्द्र
आहा आई मिलन की बेला देखो आई
बन के फूल हर कली मुस्कुराई
आहा आई मिलन की बेला देखो आई
उनसे नैन मिले मैं शरमाई
आहा आई मिलन की........
जाने क्यों तेज़ हुई जाती है दिल की धड़कन ,
चुटकियाँ लेती है क्यूँ सीने में मीठी सी चुभन ,
प्यार जो करते हैं होता है यही हाल उनका,
देखिये क्या क्या दिखाएगी अभी दिल की लगन ,
आहा आई मिलन की........
आज दुनिया मुझे कुछ और नज़र आती है,
जिस तरफ देखिये तकदीर मुस्कुराती है ,
प्यार के रंग में रंग जाते हैं जब दिल वाले,
देखते देखते हर चीज़ बदल जाती है,
आहा आई मिलन की........
आज सर से मेरा आँचल क्यूँ उड़ा जाता है,
मेरा दिल क्यूँ मेरे पहलू से खिंचा जाता है,
मुन्तज़िर होगा कोई याद कर रहा होगा,
दर्द सा उठता है जब याद किया जाता है,
आहा आई मिलन की........