मूवी: राम और श्याम
गायक: मुहम्मद रफ़ी
संगीतकार: नौशाद
गीतकार: शकील बदायूंनी
ये रात, जैसे दुल्हन, बन गयी, चिरागों से,
करूंगा, और उजाला, मैं दिल के दागों से,
आज की रात मेरे दिल की सलामी ले ले
दिल की सलामी ले ले....
कल तेरी बज़्म से दीवाना चला जाएगा,
शम्मा रह जायेगी, परवाना चला जाएगा,
आज की रात मेरे दिल की सलामी ले ले
दिल की सलामी ले ले....
तेरी महफ़िल, तेरे जलवे हों मुबारक तुझको,
तेरी उल्फत से नहीं आज भी इनकार मुझे,
तेरा मैखाना सलामत रहे ऐ जान-ऐ-वफ़ा,
मुस्कुराकर तू ज़रा देख ले एक बार मुझे,
फिर तेरे प्यार का मस्ताना चला जाएगा,
कल तेरी बज़्म से दीवाना चला जाएगा,
शम्मा रह जायेगी, परवाना चला जाएगा,
आज की रात मेरे दिल की सलामी ले ले
दिल की सलामी ले ले....
मैंने चाहा की बता दूं मैं हकीकत अपनी,
तूने लेकिन ना मेरा राज़-ऐ-मुहब्बत समझा,
मेरी उलझन मेरे हालात यहाँ तक पहुंचे,
तेरी आँखों ने मेरे प्यार को नफरत समझा,
अब तेरी राह से बेगाना चला जाएगा,
कल तेरी बज़्म से दीवाना चला जाएगा,
शम्मा रह जायेगी, परवाना चला जाएगा,
आज की रात मेरे दिल की सलामी ले ले
दिल की सलामी ले ले....
तू मेरा साथ ना दे राह-ऐ-मुहब्बत में सनम,
चलते चलते मैं किसी राह पे मुड़ जाउंगा,
कहकशां चाँद सितारे तेरे चूमेंगे क़दम,
तेरे रस्ते की मैं एक धूल हूँ, उड़ जाउंगा,
साथ मेरे मेरा अफ़साना चला जाएगा,
कल तेरी बज़्म से दीवाना चला जाएगा,
शम्मा रह जायेगी, परवाना चला जाएगा,
आज की रात मेरे दिल की सलामी ले ले
दिल की सलामी ले ले.....