मूवी: लव इन टोक्यो
गायक: मुहम्मद रफ़ी
संगीतकार: शंकर जयकिशन
गीतकार: हसरत जयपुरी
आजा रे आ ज़रा, लहरा के आ ज़रा,
आँखों से दिल में समा,
आजा रे आ ज़रा,
देख फ़िज़ा में रंग भरा है,
मेरे जिगर का रंग हरा है,
सीने से मेरे सर को लगा दे,
हाथ में तेरे दिल की दवा है,
आजा रे आ ज़रा, लहरा के आ ज़रा,
आँखों से दिल में समा,
आजा रे आ ज़रा,
अपना सुलगना किसको दिखाऊं
सांस के तूफ़ान कैसे छुपाऊँ
आँखें क्या क्या देख रही हैं,
दिल पे जो गुज़रे कैसे बताऊँ,
आजा रे आ ज़रा, लहरा के आ ज़रा,
आँखों से दिल में समा,
आजा रे आ ज़रा,
तेरे भी दिल में आग लगी है,
मेरे भी दिल में आग लगी है,
दोनों तरफ है एक ही हालत,
दोनों दिलों पे बिजली गिरी है,
आजा रे आ ज़रा, लहरा के आ ज़रा,
आँखों से दिल में समा,
आजा रे आ ज़रा,